श्री हनुमान चालीसा

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आरती वजरंग बली जी को आरती बजरंग बली ( हनुमान ) जी की आरती कीजै हनुमान लला की , दुष्ट दलन रघुनाथ कला की । जाके बल से गिरवर कांपे , रोग दोष जाके निकट न झांके । अंजनी पुत्र महा बलदाई , सन्तन के प्रभु सदा सहाई । दे[…]

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">बजरंग बाण
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बजरंग बाण ॥दोहा ॥ निश्चय प्रेम प्रतीति ते , विनय करें सनमान । तेहि के कारज सकल शुभ , सिद्ध करें हनुमान । जय हनुमान सन्त हितकारी , सुन लीजै प्रभु अरज हमारी । जन के काज विलम्ब न कीजे , आतुर दौरि महासुख दीजे । बजरंग बाण २ ९[…]

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4.8 (5)

">श्री हनुमान चालीसा
4.8 (5)

श्री हनुमान चालीसादोहाश्री गुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दयकु फल चारि।।1।।बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरों पवन-कुमार।बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेश विकार।।2।।चौपाईजय हनुमान ज्ञान गुन सागर।जय कपीस तिहुँ लोक उजागर।।1।।रामदूत अतुलित बल धामा।अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।2।।महावीर बिक्रम बजरंगी।कुमति निवार सुमति के संगी।।3।।कंचन बरन बिराज[…]

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