आज का पंचांग

आज का पंचांग 🌞 08 जून 2022 🚩

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🌥️ 🚩युगाब्द-५१२३
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०७९
⛅दिनांक 08 जून 2022
⛅दिन – बुधवार
⛅विक्रम संवत – 2079
⛅शक संवत – 1944
⛅अयन – उत्तरायण
⛅ऋतु – ग्रीष्म
⛅मास – ज्येष्ठ
⛅पक्ष – शुक्ल
⛅तिथि – अष्टमी सुबह 08:31 तक तत्पश्चात नवमी
⛅नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी रात्रि ( 09 जून प्रातः 04:31 ) तक तत्पश्चात हस्त
⛅योग – सिद्धि ( 09 जून प्रातः 03:27) तक तत्पश्चात व्यतिपात
⛅राहुकाल – दोपहर 12:29 से 02:20 तक
⛅सूर्योदय – 05:53
⛅सूर्यास्त – 07:24
⛅दिशाशूल – उत्तर दिशा में
⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:29 से 05:11 तक
⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12.18 से 01:00 तक
⛅व्रत पर्व विवरण-बुधवारी अष्टमी
⛅ विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌹बुधवारी अष्टमी : 08 जून 2022 🌹
🌹पूण्य काल : सूर्योदय से सुबह 08:31 तक
🌹बुधवारी अष्टमी को किये गए जप, तप, मौन, दान व ध्यान का फल अक्षय होता है ।
🌹मंत्र जप एवं शुभ संकल्प हेतु विशेष तिथि सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी – ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी हैं । इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान , दान व श्राद्ध अक्षय होता है ।
(शिव पुराण, विद्यश्वर संहिताः अध्याय 10)
🔹व्यतिपात योग🔹
09 जून 2022 गुरुवार को प्रातः 03:28 से रात्रि 01:50 तक व्यतिपात योग है ।
🔹व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप, पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की, और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है । जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका १ लाख गुना फल मिलता है ।
❄️ ०८ जून २०२२ बुधवार को सूर्योदय से प्रातः ०८:३१ तक बुधवारी अष्टमीं हैं।
❄️ बुधवायुक्तायां शुक्ला शुक्लाष्टम्यां, परयुता ग्राह्या
❄️ बुधवारी शुक्लपक्ष अष्टमी बहुत पुण्यशाली होती हैं और इस दिन किया गया स्नान, दान, धर्म, जप, तप आदि सब सूर्यग्रहण के समान फल देते हैं।
🌷 अमावस्या तु सोमेन सप्तमी भानुना सह।
चतुर्थी भूमिपुत्रेण सोमपुत्रेण चाष्टमी।
चतस्रस्तिथयस्त्वेताः सूर्यग्रहणसन्निभाः॥
🙏🏻 शिवपुराण, गरुड़पुराण, अग्निपुराण, भविष्यपुराण, स्कंदपुराण सभी में बुधाष्टमी की महत्ता का वर्णन हैं।
🙏🏻 भविष्यपुराण में श्रीकृष्ण बुधाष्टमी के व्रत की महत्ता बताते हुए कहते हैं कि इसको करने से नरक का मुख नहीं देखना पड़ता।
🌷 “बुधाष्टमीव्रतं भूयो ब्रवीमि शृणु पांडव ।
येन चीर्णेन नरकं नरः पश्यति न क्वचित् ।।”
🌀 व्यतिपात योग 🌀
❄️ व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका १ लाख गुना फल मिलता है।
❄️ ०९ जून २०२२ बृहस्पतिवार को प्रातः ०३:२८ से १० जून, शुक्रवार को रात्रि ०१:५० तक {यानि ०९ जून, बृहस्पतिवार को पूरा दिन} व्यतिपात योग हैं।
सुख समृद्धि और सौभाग्य की बढोत्तरी के लिए व्रत
❄️ ज्येष्ठ मास में सुहागन देवियों के लिए व्रत “उमा ब्रह्मणि व्रत” … भविष्‍योत्‍तर पुराण के अनुसार ज्‍येष्ठ शुक्ल नवमी को हो सके तो आसपास कन्याएं – बेटियां छोटी -छोटी हो तो उनको दूध और चावल की खीर का भोजन करायें। खुद भी खायें और माँ पार्वती के नाम का थोड़ा जप कर दें ये मंत्र बोल कर।
⚜️ ॐ पार्वत्‍यै नमः
⚜️ ॐ शंकरप्रियायै नमः
⚜️ ॐ गौरियै नमः
⚜️ ॐ उमायै नमः
🪷 ये बोल कर माँ पार्वती को प्रणाम करें तो उस सुहागन देवी के घर में सुख समृद्धि और सौभाग्य की बढोत्तरी होती है।
💥 विशेष ~ ०९ जून २०२२ बृहस्पतिवार को ज्‍येष्ठ शुक्ल नवमीं तिथि हैं।
🔹घर की शोभा बढ़ाने के लिए 🔹
👉 १. किसी का बुरा न माने , किसी का बुरा ना सोचे..तो घर स्वर्ग हो जाएगा
🔸२. आव नहीं, आदर नहीं, नहीं नयनन मे नेह ।
तुलसी वा घर ना जाइयो चाहे कंचन बरसे गेह ।।
👉 आप के घर में कोई आये तो उसको आदर दीजिए, आप के घर की शोभा बढ़ेगी..
👉 ३. “हे प्रभु आनंद दाता” ये प्रार्थना रोज घर में सब मिलकर गाओ तो घर स्वर्ग हो जाये.. कंठस्थ करो…. घर के झगड़े दूर होंगे… ।
📖 ✍️पंचांग संपादक :~ आपका ज्योतिष
www.aapkajyotish.in. 🚩🕉️🙏

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